जयपुर : राजस्थान के मंत्रिमंडल गठन की तस्वीर साफ हो गई है. राहुल गांधी के फार्मूले के आधार पर बनने वाले मंत्रिमंडल में इस बार नए चेहरों को आगे लाया जाएगा. पहले मंत्री रह चुके कुछ वरिष्ठों को आराम दिया जाएगा. हालांकि पहली बार जीतने वालों को मंत्री पद नहीं मिलेगा, लेकिन नए चेहरों को आगे लाकर राहुल पार्टी की 'स्ट्रैंथ' और मजबूत करना चाहते हैं.मंत्रिमंडल के गठन के लिए गत दो-तीन से चल रही मशक्कत में संगठन की राय को महत्व दिया गया बताया जा रहा है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंत्रिमंडल के गठन में महासचिव, सचिवों और पर्यवेक्षक की राय को अहमियत दी है. ऐसा करके राहुल ने संगठन को मजबूत करने का मैसेज दिया है. सचिवों से ग्राउंड रिपोर्ट लेकर राहुल ने मंत्रिमंडल का डिजाइन तैयार किया है.सूबे की गहलोत सरकार के सामने अब मंत्रिमंडल का गठन बड़ी चुनौती मंत्री पद की दौड़ शामिल हैं ये विधायक, युवा और अनुभव दोनों को मिलेगी तरजीहरविवार को भी दिल्ली में चलता रहा बैठकों का दौर
मंत्रिमंडल के गठन की इस कवायद के तहत रविवार को भी दिल्ली में बैठकों का दौर चलता रहा. पर्यवेक्षक के सी वेणुगोपाल के आवास पर सुबह इसको लेकर फाइनल बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और महासचिव अविनाश पांडे मौजूद रहे. उसके बाद उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी वहां पहुंचे. मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह जयपुर में सोमवार को सुबह 11.30 बजे राजभवन में होगा. राज्यपाल कल्याण सिंह नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे. इनमें युवा और अनुभवी दोनों तरह के चेहरे शामिल होंगे.
मंत्रिमंडल के गठन की इस कवायद के तहत रविवार को भी दिल्ली में बैठकों का दौर चलता रहा. पर्यवेक्षक के सी वेणुगोपाल के आवास पर सुबह इसको लेकर फाइनल बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और महासचिव अविनाश पांडे मौजूद रहे. उसके बाद उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी वहां पहुंचे. मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह जयपुर में सोमवार को सुबह 11.30 बजे राजभवन में होगा. राज्यपाल कल्याण सिंह नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे. इनमें युवा और अनुभवी दोनों तरह के चेहरे शामिल होंगे.
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