लखनऊ। पंचायत चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आरक्षण सूची ज्यादातर जिलों की आ गई है जिसमें आरक्षण को लेकर ज्यादातर लोगों ने अपनी असंतुष्टता जाहिर की। इसी क्रम में मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर ने आरक्षण पर उठाते हुए कहा कि लखनऊ जिले के पंचायत के त्रिस्तरीय चुनाव के लिए जारी किए गए आरक्षण पर पुनर्विचार करने की बहुत जरूरत है। लखनऊ में आठ विकासखंड है जिनमें से चार ब्लॉक प्रमुख की सीटें एससी और बीसी के लिए आरक्षित होनी चाहिए और 4 सीटें सामान्य वर्ग के लिए होनी चाहिए कई जगह प्रधान के पद के लिए आरक्षण पर पुनर्विचार करना चाहिए।
मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर ने कहा कई ग्राम पंचायतों में आरक्षण लागू करने में चक्रानुक्रम नियम का पालन नहीं किया गया है, कई गांव पंचायत ऐसी हैं जहां पर सामान्य वर्ग का एक भी व्यक्ति नहीं रहता हैं। उसके बाद सामान्य वर्ग के लिए प्रधान की सीट छोड़ी गई है। कई जगह पर ऐसा है कि लगातार अनारक्षित प्रधान के पद के लिए आती गई। इसीलिए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में निष्पक्ष चुनाव करने के लिए आरक्षण जारी करने के लिए चिक्रानुक्रम नियमों का पालन करने के लिए प्रशासन को पुनर्विचार जरूर करना चाहिए। जो आपत्तियां दाखिल की जाए उन पर भी गंभीरता से विचार कर निर्णय लेने की जरूरत है।
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