Saturday, April 6, 2019

महागठबंधन की संयुक्त रैली के लिए देवबंद का ही चुनाव क्यों?

महागठबंधन की संयुक्त रैली के लिए देवबंद का ही चुनाव क्यों?

लोकसभा चुनाव के पहले चरण को अब महज 4 दिन ही शेष बचे हैं। चुनाव को लेकर राजनीतिक दल पूरी तरह कमर कस के तैयार हैं। वहीं इसी बीच महागठबंधन की पहली संयुक्त रैली रविवार को देवबंद में होने वाली है।
सहारनपुर लोकसभा अंतर्गत आने वाले देवबंद में 11 अप्रैल को मतदान होना है। जिससे पहले सपा-बसपा और रालोद यहां रैली करने वाले हैं। रविवार को होने वाली इस रैली को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि आखिर इसके लिए देवबंद का ही चयन क्यों किया गया?
बता दें कि देवबंद यूपी के भीतर इस्लामिक शिक्षा का बड़ा केंद्र है। जिसके चलते महागठबंधन की पहली रैली जामिया तिब्बिया मेडिकल कॉलेज के पास आयोजित की गयी है। इसमें अखिलेश-मायावती के साथ ही लोकदल राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी भी शामिल होंगे। मुस्लिम बाहुल्य इस इलाके में देवबंद के अतिरिक्त बेहट, सहारनपुर, सहारनपुर देहात, रामपुर मनिहारन विधासभा सीटें आती हैं। संयुक्त रैली के लिए देवबंद का चुनाव स्थानीय फैक्टर के मद्देनजर भी किया गया है। दरअसल कांग्रेस के सहारनपुर के उम्मीदवार इमरान मसूद को बीजेपी और बीएसपी-एसपी संयुक्त उम्मीदवार के खिलाफ कड़े दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है। इस रैली का मकसद अल्पसंख्यक वोटों को कांग्रेस के पलड़े में गिरने से रोकना है।

सहारनपुर में मुस्लिम वोटरों की संख्या तकरीबन 40 फीसदी होना भी एक बड़ी वजह के तौर पर देखा जा रहा है। साल 2017 में हुई हिंसा के बाद से ही मुस्लिम मतदाताओं को बीजेपी के खिलाफ माना जा रहा है। बीजेपी सांसद राघव लखनपाल के जुलूस के दौरान हुई इस हिंसा के बाद गठबंधन की निगाहें इस सीट पर हैं। दरअसल 20 अप्रैल 2017 को अंबेडकर जयंती के दौरान बीजेपी सांसद की ओर से जुलूस निकाला गया था। बिना पुलिस इजाजत के निकाले गये इस जुलूस में दलितों और मुसलमानों के बीच हिंसा हुई थी। 

Friday, April 5, 2019

बिगङती कानून व्यवस्था पर हमलावर हुए कांग्रेस प्रवक्ता

राजधानी की बिगङती कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह ने जारी बयान में कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में राजधानी के चिनहट में महन्त की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और अधिकारियों को उनकी जान बचाने के बजाय अपनी जान बचाकर भागना पड़ रहा है ऐसे अधिकारियों को एक मिनट भी अपने पद पर बने रहने का हक नहीं है।
पुलिस महानिदेशक के कार्यालय के पास युवती की नग्न लाश बरामद होती है यह पुलिस अकर्मण्यता केा दर्शाने के लिए काफी है। जो मुख्यमंत्री जी अपने अधिकारियों की मौजूदगी में लोगों की हत्या को न रोक पाते हों तो जब वह देश बचाने की बात करते हैं तो हास्यास्पद प्रतीत होता है। मृतक महन्त की पत्नी ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस जबर्दस्ती उनको घर से बुलाकर ले गयी थी और उसके बाद उनकी हत्या हुई। प्रदेश की जनता इस भयावह स्थिति से भयाक्रान्त है और उसे समझ में नहीं आ रहा है कि वह अपने को कैसे सुरक्षित करे। इतनी बड़ी घटना के बाद मुख्यमंत्री का कोई बयान नहीं आता है और अभी तक हत्यारे पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं इससे ज्यादा निन्दनीय कृत्य और क्या हो सकता है।
प्रवक्ता ने कहा कि आये दिन बलात्कार, हत्या, लूट, डकैती, राहजनी, जमीनों पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जे की घटनाएं समाचारपत्रों की सुर्खियां बनी रहती हैं लेकिन सरकार आंखों पर पट्टी और कान में तेल डालकर बैठी हुई है। 
कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि महन्त और युवती के हत्यारो को तुरन्त गिरफ्तार किया जाए एवं मृतक महन्त की पत्नी द्वारा जो आरोप लगाये हैं उसकी जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाये।

व्यापार मंडल की ओर से मतदाता जागरूकता अभियान में महिलाओं को दिलाई गयी शपथ

उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल की ओऱ से "मतदाता जागरूकता अभियान" के अंतर्गत शनिवार को राजधानी लखनऊ की महिला व्यापारियों ने लोकसभा चुनाव में अनिवार्य मतदान करने की शपथ ली।

उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल द्वारा चलाए जा रहे "मतदाता जागरूकता अभियान" के अंतर्गत संगठन के फैजाबाद रोड स्थित प्रदेश कार्यालय में राजधानी की महिला व्यापारियों की एक बैठक "लखनऊ महिला आदर्श व्यापार मंडल" के बैनर तले हुई। संगठन की अध्यक्षा अनिला अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक मे राजधानी की महिला व्यापारियों और पदाधिकारियो ने  लोकसभा चुनाव में अनिवार्य मतदान की शपथ ली तथा अन्य लोगों को भी शत प्रतिशत मतदान हेतु जागरूक करने का संकल्प  दिलाई।

शपथ कार्यक्रम में लखनऊ महिलाआदर्श व्यापार मंड़ल  की अध्यक्ष अनिला अग्रवाल , महामंत्री मनोरमा मिश्रा, उपाध्यक्ष डॉ रूबी राय, ममता जिंदल,श्रीमती रेनू, कहकशा हसन,  नीति सक्सेना,कु.एंजिल प्रवीण,  पुनीता भटनागर,रजनी गुप्त, प्रीति सिंह, मीनू सक्सेना,दीपमाला सहित कई महिला पदाधिकारी एवं व्यापारी शामिल रही।

2019 लोकसभा चुनावों को लेकर प्रसपा का घोषणापत्र जारी

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया की ओर से शनिवार को लोकसभा चुनावों को लेकर घोषणापत्र जारी किया गया। घोषणापत्र जारी करने के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव मौजूद रहें। इस दौरान कहा गया कि  सभी जानते हैं कि सत्रहवीं (17 वीं ) लोकसभा आम चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इस चुनाव में 90 करोड़ मतदाता सम्मिलित होकर तय करेंगे कि सत्ता की चाभी किसे देनी है । प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) सत्ता में आने पर उपरोक्त बिन्दुओं के लिए संकल्पित है ।

घोषणापत्र में यह दावे
1- किसानों को उनके लागत का कम से कम ढाई गुणा अधिक लाभकारी मूल्य दिया जाएगा ।
2- हमारा यह भी मानना है कि जिस तरह उद्यमी अपने उत्पाद का मूल्य तय करता है, उसी तरह किसानों को भी अपने कृषि उत्पाद का मूल्य तय करने का अधिकार है। अतः प्रसपा यह मानती है कि न्यूनतम समर्थन  मूल्य तय करने का अधिकार सरकार का न होकर किसानों का है ।
3- किसानों के लिए सिंचाई व्यवस्था मुफ्त की जाएगी । साथ ही नहरों की टेल तक पानी पहुंचाया जाएगा व नलकूपों की व्यवस्था की जाएगी ।
4- उद्योगों को कमर तोड़ती कराधान व अनावश्यक कानूनों से मुक्त किया जाएगा । उद्योग लगाने की प्रक्रिया का सरलीकरण होगा । उद्योगपतियों को गुण्डाराज व अवैध वसूली से बचाने के लिए अतिरिक्त पुलिस प्रकोष्ठ बनाई जाएगी ।
5- नए उद्योगों को पहले पांच वर्षों के लिए कर मुक्त किया जाएगा ।
6- अनुच्छेद 341 पर असंवैधानिक प्रतिबन्ध को समाप्त कर संविधान द्वारा प्रदत्त सामान्य न्याय के अधिकार को सबके लिए लागू किया जाएगा । ताकि वंचित गरीब मुसलमानों के लिए आरक्षण का मार्ग खुल सके ।
7- जस्टिस रंगनाथ मिश्र व लोहिया के शिष्य जस्टिस राजिन्दर सच्चर की संस्तुतियों को लागू किया जाएगा । सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर देश के दिहाड़ी एवं छोटे काम करने वाले 55 फीसदी मुस्लिम हैं , इनके भविष्य की सुरक्षा के लिए भविष्य निधि की स्थापना की जाएगी ।
8- हज कमेटी द्वारा जारी लूट को समाप्त कर हज यात्रा को सुगम एवं सस्ता बनाया जाएगा जिससे गरीब मुसलमान अपना हज करने के ख्वाब को पूरा कर सके ।

9- न्यायायिक सेवाओं में उर्दू को वापस बहाल किया जाएगा ।
10- अल्पसंख्यकों हेतु अलग से कौशल विकास केन्द्रों की स्थापना की जाएगी।
11- दरगाह एक्ट बनाकर लागू करना ताकि दरगाहों पर अवैध कब्जों पर अंकुश लगाया जाए ।
12- विभागों के समस्त सरकारी रिक्तियों को 2 वर्ष के अन्दर भर कर 20 लाख युवाओं को नौकरी दी जाएगा।
13- युवा आयोग के गठन के साथ-साथ युवा नीति बनाई जाएगा और युवाओं के लिए अलग से बजट में कोष का प्रबन्ध होगा ।
14- गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले युवाओं को शिक्षा व रोजगार में दिया जाने वाला ऋण ब्याजमुक्त होगा और शेष युवाओं को रियायत दर में कर्ज प्रदान किया जाएगा  ।

15- जातिगत जनगणना व उसपर आधारित आरक्षण का विस्तार-हमारा स्पष्ट मत है, ‘जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी’। देश में 1931 की जनगणना में एकत्रित किए गए जातिगत आंकड़ो के आधार पर 2018 में आरक्षण मिल रहा है । प्रसपा का यह विश्वास है कि अगर आज ईमानदारी से जनगणना हो तो दलित, पिछड़ों व अल्पसंख्यकों की संख्या देश की कुल आबादी की 85 फ़ीसदी होगी । प्रगतिशील समाजवादी पार्टी जातिगत जनगणना के आधार पर आरक्षण की पक्षधर है और यदि प्रसपा अगर सत्ता में आई तो कानून बनाकर जातिगत जनगणना व उसपर आधारित आरक्षण को लागू किया जाएगा जो लोहिया के विशेष अवसर के सर्वमान्य सिद्धांत के अनुरूप होगा ।
16- निजी क्षेत्र में भी आरक्षण - नौकरियों में कमजोर वर्ग के लिए सिर्फ आरक्षण से सामाजिक समानता और मौकों की समानता के लक्ष्य को पाया नहीं जा सकता, वंचितों के सशक्तीकरण की जिम्मेदारी सरकार के साथ-साथ प्राइवेट क्षेत्र पर भी है। ऐसे में सार्वजनिक क्षेत्र के अनुरूप निजी क्षेत्र में भी आरक्षण की व्यवस्था की जाएगी ।

17- पुरानी पेंशन की बहाली करते हुए  सरकारी कर्मचारियों के बुढ़ापा की जीविका सुनिश्चित की जाएगी ।
18- गैर संगठित क्षेत्रों में काम करने वाले कामगारों यथा मजदूर , कुली , भूमिहीन , किसान व रिक्शाचालकों आदि श्रमजीवियों के लिए यथासंभव पेंशन की व्यवस्था की जाएगी ।
19- वंचित व दिव्यांग लोगों के लिए विशेष पेंशन की व्यवस्था की जाएगी ।

20- प्रत्येक गरीब परिवार को बिना किसी वर्ण भेद के दो कमरे का मकान मुफ्त दिया जाएगा।
21- सभी संविदाकर्मियों के लिए स्थायी सेवा-पीएसपी सरकार सभी संविदाकर्मियों को स्थाई करेगी और समान कार्य –समान वेतन के आधार पर सेवायोजित करेगी । शिक्षा मित्रों , बाल विकास परियोजना  से जुडी कार्यकत्रियों , एन एच आर एम से सम्बद्ध स्वास्थ्यकर्मियों सरीखे संविदा को स्थायी करते समय उनकी सेवा अवधि व योग्यता का विशेष ध्यान रखा जाएगा । 15-20 वर्षो से  संविदा पर कार्य कर रहे सभी संविदा कर्मियों जैसे शिक्षा मित्रों व दूसरे संविदा कर्मियों का समायोजन किया जाए ।
22- प्राथमिक शिक्षा व स्वास्थ सुविधाओं को हर नागरिक के लिए सुगम,सुलभ, निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा ।

फतेहपुर दौरे पर प्रियंका गांधी, यह रहेगा पूरा प्लान


कांग्रेस महासचिव और यूपी कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अपने एक दिवसीय दौरे के तहत शनिवार(6 अप्रैल 2019) को फतेहपुर जाएंगी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत वह सुबह तकरीबन 10 बजे नई दिल्ली एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगी। इसी के साथ दिन भर के तय कार्यक्रम के बाद वह रात 8.40 पर वापस नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचेंगी।

यह रहेगा कार्यक्रम 
प्रात: 10.00 बजे - नई दिल्ली एयरपोर्ट के लिए
प्रात: 10.30 बजे - नई दिल्ली एयरपोर्ट से चकेरी(कानपुर)
पूर्वान्ह 11.30 बजे - चकेरी से छिवली(स्वागत कार्यक्रम)
मध्यान्ह 12.30 बजे - छिवली से औंग(महिला संवाद)
अपरान्ह 1.20 बजे - औंग से देवमाई(स्वागत कार्यक्रम)
अपरान्ह 2.00 बजे - देवमाई से जहानाबाद(नुक्कड़ सभा)
अपरान्ह 3.00 बजे - जहानाबाद से बकेवर(स्वागत कार्यक्रम)
अपरान्ह 3.30 बजे - बकेवर से खजुआ(स्वागत कार्यक्रम)
सायं 4.00 बजे - खजुआ से बिंदकी(नुक्कड़ सभा)
सायं 5.00 बजे - बिन्दकी से जोनिहा(स्वागत कार्यक्रम)
सायं 5.40 बजे - जोनिहा से सहेली(स्वागत कार्यक्रम)
सायं 6.10 बजे - सहेली से फतेहपुर-राधा नगर चौक-रोड शो
सायं 7.10 बजे - फतेहपुर से चकेरी एयरपोर्ट कानपुर
सायं 8.40 बजे - नई दिल्ली एयरपोर्ट


संशोधित कार्यक्रम विवरण

Saturday, February 9, 2019

पश्चिम बंगाल : टीएमसी विधायक की गोली मारकर हत्या, बीजेपी पर लगा आरोप


पश्चिम बंगाल में टीएमसी विधायक सत्यजीत बिस्वास की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। कृष्णागंज सीट से विधायक सत्यजीत सरस्वती पूजन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नादिया पहुंचे ही थे कि उनकी हत्या कुछ लोगों ने गोली मारकर कर दी। वहीं पार्टी के नेता सत्यजीत की हत्या के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। पार्टी इस घटना को राजनीतिक हत्या करार देते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग कर रही हैं।

रिपोर्टस के अनुसार सत्यजीत बिस्वास राज्यमंत्री रत्नाघोष व टीएमसी जिलाध्यक्ष गौरीशंकर दत्ता के साथ फूलबरी में आयोजित सरस्वती पूजा में ही शामिल होने पहुंचे थे। वह स्टेज से उतर ही रहे थे कि तभी अज्ञात बदमाशों ने उन पर गोली चला दी। लोकप्रिय नेताओं में शुमार सत्यजीत बिस्वास की शादी हालही के दिनों में हुई थी।



हत्या के बाद तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर पर  पार्थ चटर्जी की ओर से लिखा गया है कि 'हाल ही में बीजेपी नेताओं ने क्षेत्र में तनाव भड़काने की कोशिश की थी. यह उन्हें (सत्यजीत बिस्वास) को खत्म करने की योजना थी, जिसे बीजेपी ने अपने लाभ के लिए तैयार किया था. लोग इस नृशंस हत्या के दोषियों को करारा जवाब देंगे.'चटर्जी ने आगे लिखा, 'जिन्होंने उसे मारा है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उसकी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलेगी. इस हैरान कर देने वाली घटना के लिए बीजेपी जिम्मेदार है. कुछ गद्दार हैं जिन्होंने उसे मार दिया है.'   हालांकि बीजेपी आरोपों से किनारा करते हुए आरोपियों की पहचान करवा उन्हें सजा दिलाने की मांग कर रही है। 

Saturday, January 12, 2019

गठबंधन के ऐलान के बाद मायावती और अखिलेश यादव का हुआ जोरदार स्वागत

समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच चुनावी गठबंधन की घोषणा होते ही आज दोनों दलों में उत्साह और लोकसभा चुनाव में भाजपा को पराजित करने का संकल्प सड़कों पर छलक उठा। होटल ताज में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की राष्टीय अध्यक्ष मायावती द्वारा संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की खबर बाहर आते ही कार्यकर्ता दोनों दलों के झंडों के साथ एकत्र हो गए। 

       समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि प्रेस कांफ्रेंस से बाहर आने पर मायावती और अखिलेश यादव का जोरदार स्वागत किया गया। सैकड़ों कार्यकर्ता दोनों दलों का झंडा लिए सड़क के दोनों ओर खड़े थे। जिंदाबाद के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। समाजवादी पार्टी मुख्यालय पहुंचने पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव को बधाई दी। कार्यकर्ताओं का कहना था कि प्रदेश को बचाने के लिए गठबंधन करके एक बड़ा निर्णय लिया गया है। उनका यह भी कहना था कि अखिलेश यादव ने बड़े दिल का परिचय देते हुए राजनीति में एक साहसिक कदम उठाया है। 

    अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि गठबंधन का फैसला महत्वपूर्ण है। भाजपा देश के लिए खतरा है। हमें भाजपा की हर साजिश को नाकाम करना है और आपसी भाईचारे को मजबूत करना है। भाजपा ने नौजवानों के सपनों को तोड़ा है। किसानों को धोखा दिया है। सरकारी कुनीतियों के चलते व्यापार चौपट हुआ है। भाजपा राज में नफरत और अपराध में बढ़त हुई है। अब समय आ गया है जब जनता को अपना आक्रोश जताने का शीघ्र मौका मिलेगा। 

भाजपा को अब सत्ता से बाहर जाना ही होगा। भाजपा ने देश को दुनिया के मुकाबले सड़क, अस्पताल, पढ़ाई, चिकित्सा सभी क्षेत्र में पीछे कर दिया है। जनता भी भाजपा को 2019 में ही पीछे कर देगी।
    अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे अब अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर जनता के बीच समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन की जानकारी दें और भाजपा की जनविरोधी नीतियों के बारे में बताएं। उन्हें अभी से समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में भारी मतदान के लिए तैयार करें। उन्होंने कहा कि आज के ऐतिहासिक निर्णय की सफलता में सभी कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगा।

Friday, January 11, 2019

यूपी की राजनीति का ऐतिहासिक दिन कल, सपा-बसपा छोड़कर जाने वाले नेता...


बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव शनिवार(12 जनवरी) को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस का संबोधन करेंगे। दोपहर तकरीबन 12 बजे आयोजित होने वाली कॉन्फ्रेंस को लेकर कयास लगाए जा रहे है कि इसमें लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर गठबंधन का औपचारिक ऐलान हो सकता है। वहीं इस दौरान सीटों के बंटवारे को लेकर भी माना जा रहा है कि मुहर लगना संभव है।

राजधानी में होने वाली इस साझा प्रेस वार्ता को लेकर बसपा सुप्रीमो गुरुवार को राजधानी पहुंच चुकी है। आने के तुरंत बाद ही बसपा सुप्रीमो ने भाईचारा कमेटी की बैठक ली और लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट जाने को लेकर आदेश दिया। बता दें कि बसपा सुप्रीमो सिर्फ चार दिनों के लिए ही राजधानी आईं है। 15 जनवरी को अपना जन्मदिन मनाने के बाद वह अपराह्न दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगी। इस साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर सबसे चौकाने वाला यह है कि इसमें शामिल होने के लिए अभी तक गठबंधन के अन्य दलों को न्योता ही नहीं दिया गया है। जबकि जानकारी के मुताबिक शनिवार को लखनऊ में ही होंगे और दोनों नेताओं से मुलाकात भी करेंगे। सूत्रों के अनुसार लोकदल की ओर से यूपी के लिए छह सीटों की मांग की गयी है और महागठबंधन उन्हें दो से तीन देने के मूड में है। वहीं सपा बसपा का कांग्रेस को लेकर क्या रुख होगा इस बात को लेकर भी पर्दा इस साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ही उठेगा। 

लखनऊ में पंचायत चुनाव में आरक्षण पर पुनर्विचार की जरूरत : कौशल किशोर

लखनऊ। पंचायत चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आरक्षण सूची ज्यादातर जिलों की आ गई है जिसमें आरक्षण को लेकर ज्यादातर लोगों ने अपनी अस...