कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच भारत की 7 फार्मा कंपनियां इसके खिलाफ वैक्सीन बनाने में जुटी हैं। भारत की वह 7 फार्मा कंपनियां जो कोरोना के प्रकोप पर लगाम लगाने के लिए वैक्सीन के निर्माण में लगी हैं उसमें भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट, जायडस कैडिला, पेनेसिया बायोटेक, इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स, मिनवैक्स और बायोलॉजिकल ई शामिल हैं।
गौरतलब है कि कोई भी वैक्सीन परीक्षण और निर्माण में कुछ साल का वक्त लगता है। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए विज्ञानी कुछ ही महीनों में कोरोना के खिलाफ वैक्सीन विकसित करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
अगर ताजा अपडेट की बात करें तो भारत बायोटेक को कोवैक्सिन टीके के क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी मिल चुकी है। वहीं पिछले हफ्ते इसका क्लीनिकल ट्रायल भी शुरु हो चुका है। फिलहाल मौजूदा हालातों के अनुसार उम्मीद है कि इस साल के अंत तक टीका उपलब्ध हो जाएगा। वहीं फार्मा कंपनी जायडस कैडिला ने भई जायको वी-डी के नाम से तैयार टीके का क्लीनिकल ट्रायल भी शुरु कर दिया है। इस क्लीनिकल ट्रायल के भी सात माह में पूरे होने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि कोई भी वैक्सीन परीक्षण और निर्माण में कुछ साल का वक्त लगता है। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए विज्ञानी कुछ ही महीनों में कोरोना के खिलाफ वैक्सीन विकसित करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
अगर ताजा अपडेट की बात करें तो भारत बायोटेक को कोवैक्सिन टीके के क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी मिल चुकी है। वहीं पिछले हफ्ते इसका क्लीनिकल ट्रायल भी शुरु हो चुका है। फिलहाल मौजूदा हालातों के अनुसार उम्मीद है कि इस साल के अंत तक टीका उपलब्ध हो जाएगा। वहीं फार्मा कंपनी जायडस कैडिला ने भई जायको वी-डी के नाम से तैयार टीके का क्लीनिकल ट्रायल भी शुरु कर दिया है। इस क्लीनिकल ट्रायल के भी सात माह में पूरे होने की उम्मीद है।
No comments:
Post a Comment