Saturday, January 12, 2019

गठबंधन के ऐलान के बाद मायावती और अखिलेश यादव का हुआ जोरदार स्वागत

समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच चुनावी गठबंधन की घोषणा होते ही आज दोनों दलों में उत्साह और लोकसभा चुनाव में भाजपा को पराजित करने का संकल्प सड़कों पर छलक उठा। होटल ताज में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की राष्टीय अध्यक्ष मायावती द्वारा संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की खबर बाहर आते ही कार्यकर्ता दोनों दलों के झंडों के साथ एकत्र हो गए। 

       समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि प्रेस कांफ्रेंस से बाहर आने पर मायावती और अखिलेश यादव का जोरदार स्वागत किया गया। सैकड़ों कार्यकर्ता दोनों दलों का झंडा लिए सड़क के दोनों ओर खड़े थे। जिंदाबाद के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। समाजवादी पार्टी मुख्यालय पहुंचने पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव को बधाई दी। कार्यकर्ताओं का कहना था कि प्रदेश को बचाने के लिए गठबंधन करके एक बड़ा निर्णय लिया गया है। उनका यह भी कहना था कि अखिलेश यादव ने बड़े दिल का परिचय देते हुए राजनीति में एक साहसिक कदम उठाया है। 

    अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि गठबंधन का फैसला महत्वपूर्ण है। भाजपा देश के लिए खतरा है। हमें भाजपा की हर साजिश को नाकाम करना है और आपसी भाईचारे को मजबूत करना है। भाजपा ने नौजवानों के सपनों को तोड़ा है। किसानों को धोखा दिया है। सरकारी कुनीतियों के चलते व्यापार चौपट हुआ है। भाजपा राज में नफरत और अपराध में बढ़त हुई है। अब समय आ गया है जब जनता को अपना आक्रोश जताने का शीघ्र मौका मिलेगा। 

भाजपा को अब सत्ता से बाहर जाना ही होगा। भाजपा ने देश को दुनिया के मुकाबले सड़क, अस्पताल, पढ़ाई, चिकित्सा सभी क्षेत्र में पीछे कर दिया है। जनता भी भाजपा को 2019 में ही पीछे कर देगी।
    अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे अब अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर जनता के बीच समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन की जानकारी दें और भाजपा की जनविरोधी नीतियों के बारे में बताएं। उन्हें अभी से समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में भारी मतदान के लिए तैयार करें। उन्होंने कहा कि आज के ऐतिहासिक निर्णय की सफलता में सभी कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगा।

Friday, January 11, 2019

यूपी की राजनीति का ऐतिहासिक दिन कल, सपा-बसपा छोड़कर जाने वाले नेता...


बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव शनिवार(12 जनवरी) को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस का संबोधन करेंगे। दोपहर तकरीबन 12 बजे आयोजित होने वाली कॉन्फ्रेंस को लेकर कयास लगाए जा रहे है कि इसमें लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर गठबंधन का औपचारिक ऐलान हो सकता है। वहीं इस दौरान सीटों के बंटवारे को लेकर भी माना जा रहा है कि मुहर लगना संभव है।

राजधानी में होने वाली इस साझा प्रेस वार्ता को लेकर बसपा सुप्रीमो गुरुवार को राजधानी पहुंच चुकी है। आने के तुरंत बाद ही बसपा सुप्रीमो ने भाईचारा कमेटी की बैठक ली और लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट जाने को लेकर आदेश दिया। बता दें कि बसपा सुप्रीमो सिर्फ चार दिनों के लिए ही राजधानी आईं है। 15 जनवरी को अपना जन्मदिन मनाने के बाद वह अपराह्न दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगी। इस साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर सबसे चौकाने वाला यह है कि इसमें शामिल होने के लिए अभी तक गठबंधन के अन्य दलों को न्योता ही नहीं दिया गया है। जबकि जानकारी के मुताबिक शनिवार को लखनऊ में ही होंगे और दोनों नेताओं से मुलाकात भी करेंगे। सूत्रों के अनुसार लोकदल की ओर से यूपी के लिए छह सीटों की मांग की गयी है और महागठबंधन उन्हें दो से तीन देने के मूड में है। वहीं सपा बसपा का कांग्रेस को लेकर क्या रुख होगा इस बात को लेकर भी पर्दा इस साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ही उठेगा। 

लखनऊ में पंचायत चुनाव में आरक्षण पर पुनर्विचार की जरूरत : कौशल किशोर

लखनऊ। पंचायत चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आरक्षण सूची ज्यादातर जिलों की आ गई है जिसमें आरक्षण को लेकर ज्यादातर लोगों ने अपनी अस...